गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने किया सम्बोधन, कोरोना वैक्सीन को बताया संजीवनी – देश के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया उन्होंने अपने इस संबोधन में देश के विकास की भी बात की। उन्होंने बताया कि किस तरह से यह देश लगातार शैक्षिक, कृषि, औद्योगिक, आर्थिक एवं तकनीक जगत में लागतार आगे बढ़ रहा है। उन्होंने भारत में कोविड-19 के टीके बनने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए खुशी जाहिर की। श्री कोविंद ने कोरोना महामारी के दौरान सेवा करते हुए डॉक्टरों, नर्सों, एवं अन्य एनजीओ कर्मचारियों को भी याद किया जिन्होंने इस कठिन वक्त में लोगों के लिए कार्य किया।
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गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कोरोना वायरस को लेकर बोले राष्ट्रपति:
गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि “कोरोना महामारी के कारण, हमारे बच्चों और युवा पीढ़ी की शिक्षा प्रक्रिया के बाधित होने का खतरा पैदा हो गया था। लेकिन हमारे संस्थानों और शिक्षकों ने नई टेक्नॉलॉजी को शीघ्रता से अपनाकर यह सुनिश्चित किया कि विद्यार्थियों की शिक्षा निरंतर चलती रहे। इस महामारी ने, देश के लगभग डेढ़ लाख नागरिकों को, अपनी चपेट में ले लिया। उन सभी के शोक संतप्त परिवारों के प्रति, मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूँ।“
इसी दौरान श्री कोविंद ने कहा “मैं यहां उन डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य–कर्मियों, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रशासकों और सफाई–कर्मियों का उल्लेख करना चाहता हूं जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर पीड़ितों की देखभाल की है। बहुतों ने तो अपने प्राण भी गंवा दिए।“
राष्ट्रपति ने कोरोना वैक्सीन को बताया संजीवनी:
राष्ट्रपति ने कहा, “आत्म–निर्भर भारत ने, कोरोना–वायरस से बचाव के लिए अपनी खुद की वैक्सीन भी बना ली है। अब विशाल पैमाने पर, टीकाकरण का जो अभियान चल रहा है वह इतिहास में अपनी तरह का सबसे बड़ा प्रकल्प होगा। मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि आप सब, दिशा–निर्देशों के अनुरूप, अपने स्वास्थ्य के हित में इस वैक्सीन रूपी संजीवनी का लाभ अवश्य उठाएं और इसे जरूर लगवाएं।“
कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रही अफवाहों पर रोक लगाने में जुट गई है केंद्र सरकार:
केंद्र सरकार कोरोना (COVID-19) के टीकों (वैक्सीन) के प्रभाव पर अफवाह फैलाने वाले लोगों पर कार्यवाही करने के मूड में आ गई है। केंद्र सरकार को कोरोना के टीकों के प्रभावशीलता को लेकर अफवाहों का सामना करना पड़ रहा है। इससे लोगों के बीच काफी उथल–पुथल भी मचा हुआ है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर इस बात पर जोर दिया कोविड-19 वैक्सीन के खिलाफ भ्रम फैलाने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
अजय भल्ला ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि देश के राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण ने पाया है कि दोनों टीके सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया का ‘कोविशील्ड‘ और भारत बायोटेक लिमिटेड द्वारा निर्मित ‘कोवैक्सीन‘ सुरक्षित हैं और शरीर में रोग प्रतिरोधी क्षमता का भी निर्माण करते हैं।
16 जनवरी से हुई है टीकाकरण की शुरूआत:
गौरतलब हो कि केंद्र, राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों की प्रशासन के संयुक्त सहयोग से देश भर में 16 जनवरी से कोविड-19 के दोनों टीके लगाए जाने का टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है।